अंततः धर्म और आस्था की हुई जीत, हनुमान जी की मंदिर पुनः बनाए जाने डोंगाघाट मंदिर ट्रस्ट के सर्वराकार नरोत्तम दास ने दी सहमति,,देखे वीडियो
चाम्पा – 17 जुलाई 2022
चाम्पा शहर के वार्ड नंबर 21 में निर्माणाधीन बजरंग बली मंदिर को तोड़े जाने के बाद लोगों का आक्रोश बढ़ते जा रहा था। मोहल्ले के लोगों ने शनिवार की शाम बैठक कर आज सुबह शहर में रैली निकाली। ये रैली विभिन्न मार्गों से होते हुए चांपा थाना पहुंची, जहां थाना प्रभारी को ज्ञापन दिया गया। इसके बाद रैली सीधे डोंगाघाट मंदिर पहुंची, जहां डोंगाघाट मंदिर ट्रस्ट के सर्वराकार नरोत्तम दास से मुलाकात कर चर्चा की गई। तब उन्होंने सकारात्मक पहल करने का भरोसा दिलाया।
आपकों बता दें कि चांपा के वार्ड नंबर 21 में निर्माणाधीन हनुमान जी की मंदिर को डोंगाघाट मंदिर ट्रस्ट के कुछ लोगों ने जेसीबी से तोड़ दिया था। साथ ही वहां स्थापित बजरंग बली की प्रतिमा को हटाकर एक घर के बाहर रख दी गई थी। यह घटना प्रकाश में आते ही हड़कंप मच गया। इस घटनाक्रम का सभी ने घोर निंदा की। इतना ही नहीं, हिन्दूवादी संगठनों ने इस मामले में प्रशासन को ज्ञापन भी दिया है। इधर, घटना की प्रवृत्ति को भांपते हुए कलेक्टर के निर्देश पर चांपा एसडीएम अराध्या राहुल कुमार ने उप पुलिस अधीक्षक पद्यश्री तंवर, तहसीलदार चंद्रशीला जायसवाल व थाना प्रभारी मनीष परिहार की उपस्थिति में दोनों पक्षों की बैठक ली। बैठक में मोहल्ले वालों ने सावन प्रारंभ होते ही वहां पूजा अर्चना करने की मांग की, जिस पर एसडीएम ने सहमति जताई थी। क्योंकि उस जगह से लोगों की आस्था जुड़ी है। इसके अलावा बैठक में हुई बातचीत की रिपोर्ट कलेक्टर को भेजने तथा शीघ्र ही इस मामले का पटाक्षेप किए जाने का आश्वासन दिया गया गया था। लेकिन सावन प्रारंभ होने के बाद भी उस जगह में लोगों को पूजा अर्चना करने की मनाही है। वहीं कलेक्टर की ओर से भी कोई जवाब अब तक नहीं आया है। इससे मोहल्ले के लोग बेहद आक्रोशित हो गए।
उन्होंने शनिवार की शाम एक बैठक की, जिसमें 17 जुलाई की सुबह 10 बजे शहर में एक विशाल रैली निकालकर चांपा थाना में ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया। बैठक में लिए निर्णय के अनुसार आज सुबह 10 बजे मोहल्ले वालों के अलावा शहरवासियों की चांपा में रैली निकली, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए चांपा थाना पहुंची। यहां थाना प्रभारी मनीष परिहार को ज्ञापन सौंपा गया।
इसके बाद रैली सीधे डोंगाघाट मंदिर पहुंची, जहां सर्वराकार नरोत्तम दास से इस संबंध में विस्तार से चर्चा की। इस दौरान नरोत्तम दास ने कहा कि उस जगह पर मंदिर का निर्माण ही होना चाहिए। साथ ही वहां बेजाकब्जा न हो, इसका ध्यान रखा जाए। वहां की सुरक्षा का जिम्मा मोहल्लेवासियों के हवाले है। यह सुनकर सभी के चेहरे पर मुस्कान खिल गए। सर्वराकार के इस सकारात्मक पहल से अब उसी जगह पर मंदिर का निर्माण होगा। आखिरकार धर्म और आस्था की जीत हुई।