जांजगीर चाम्पा

अनिश्चितकालीन हड़ताल ! मांगे पूरी होते तक इस बार चलेगी हड़ताल,,,

जांजगीर चाम्पा – 23 अगस्त 2022

दो-सुत्रीय मांगो को लेकर अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन प्रदेश सरकार से लड़ रहे हैं अबकी बार आर-पार की लड़ाई ।

90- मान्यता प्राप्त संगठनों के द्वारा प्रदेश भर के साथ जिला मुख्यालय जांजगीर के कचहरी चौंक पर 22 अगस्त, 2022 से बेमियादी हड़ताल शुरू हुआ ! अपनी मांगों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन 10 सुबह से 04- शाम तक आवाज़ें बुलंद करते रहेंगे ।

केन्द्र सरकार के कर्मचारियों के समान 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता सबंधी दो-सूत्रीय मांग को लेकर कचहरी चौक , जांजगीर में फेडरेशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई हैं । रविवार देर शाम विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के चर्चा के उपरांत सहायक शिक्षकों ने भी हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। जिसके कारण सरकारी कार्यालयों यथा जिलाधीश कार्यालय, क़ृषि विभाग, सिंचाई विभाग, स्वास्थ, परिवहन, अनुविभागीय राजस्व,पीएचई, लोकनिर्माण विभाग,आरईए सहित अन्यान्य सरकारी कार्यालयों में कामकाज पूर्णतः ठप्प रहा। इसी तरह ज़्यादातर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के स्कूलों में शिक्षक संगठन के द्वारा आंदोलन में शामिल होने पर विद्यालयों में भीताला लटका मिला। ग़ौरतलब हैं कि लंबित डीए व सातवें वेतनमान के समान गृह भाडा भत्ता की मांग को लेकर अधिकारी-कर्मचारी फ़ेडरेशन संगठन के बैनर तलें 90 -मान्यता प्राप्त संगठनो के द्धारा जिला मुख्यालय जांजगीर-चांपा के कचहरी चौक, जांजगीर में दिनांक 22 अगस्त, 2022 से आवाज़ बुलंद करते हुए हड़ताल प्रारंभ कर दिये हैं। हड़ताल के संबंध में में सक्रिय भागीदारी निभा रहे कर्मचारियों ने शासन उनकी मांगों को अनदेखा करने और भटकाव करने का प्रयास किया जाता रहा हैं , लेकिन सहायक शिक्षक फेडरेशन ने एकजुटता दिखाते हुए आंदोलन में शामिल होने का निर्णय ले लिया । क्रान्तिकारी शिक्षक संगठन के प्रांताध्यक्ष श्रीमति शांति थवाईत, जिला अध्यक्ष राकेश राजगीर व अन्यान्य साथियों के नेतृत्व में सुबह 10-बजें से शाम चार बजें तक विरोध प्रदर्शन आज़ दुसरे दिन भी जारी हैं । शांति थवाईत ने अम्बे न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि अपनी मांगों को लेकर अधिकारी-कर्मचारी फ़ेडरेशन एक जुट हैं और जब तक दो सूत्रीय मांगे नही मान ली जाती हैं आंदोलन जारी रहेगा। प्रदेश सरकार तत्काल संज्ञान लेकर अधिकारी-कर्मचारी फ़ेडरेशन संगठन की न्यायोचित मांग को पूरा करे । उन्होंने बताया कि पिछले महिनें पांच दिनों के आंदोलन के बाद भी सरकार नहीं जागी , यघपि प्रदेश सरकार द्वारा डीए में केवल 06 फ़ीसदी की बढ़ोतरी की गई थी, जिसे को अपर्याप्त मानते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया हैं । आंदोलन की अगुवाई कर रहें जिला शिक्षक फेडरेशन के जिलाध्यक्ष विश्वनाथन परिहार , राजपत्रित अधिकारी के डांक्टर व्ही के पैगवार , कर्मचारी संघ के अर्जुन क्षत्रीय, तृतीय वर्ग कर्मचारी संगठन के रामकिशोर शुक्ला, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के वी के निर्मलकर ,पवन कोसम,शिक्षक धन्य पांडेय, व्याख्याता रमाकांत पांडेय सहित विभिन्न संगठनों के अधिकारी कर्मचारियों ने दो सूत्रीय मांगों को समर्थन दिया ।

शशिभूषण सोनी ने प्रदेश सरकार से अविलंब मंहगाई और कामकाज को दृष्टिगत रखते हुए हस्तक्षेप आंदोलन खत्म कराने की अपील की हैं , जिससे सरकारी कार्यालयों में कामकाज और स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई-लिखाई सुनिश्चित होती रहे । हड़ताल प्रदेश की उन्नति में बाधक हैं। हड़ताल की कोई आवश्यकता ही नहीं बल्कि सरकार को बातचीत से कोई रास्ता निकालना चाहिए ।

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