जगन्नाथ के भात को जगत पसारथ हाथ : नाथों के नाथ महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी जी का महाप्रसाद ।
चाम्पा – 08 जुलाई 2022
महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी का महाप्रसाद,
जगन्नाथ के भात को जगत पसारे हाथ!
मांगे नहीं मिलता बिना मांगे भात,
बड़े भाग वाले पाते जगन्नाथ का भात!!
संपूर्ण जगत के नाथ एवं अनंत ब्रम्हाण्डों के स्वामी भगवान श्री जगन्नाथ का महाप्रसाद आर के ज्वेलर्स सदर बाज़ार , चांपा में आज़ 08 जुलाई को श्रद्धालु भक्तों को मौसी घर स्थित नवनिर्मित भवन में जगन्नाथ स्वामी को भोग लगाकर प्रसाद वितरित किया गया ।
पूरी श्रद्धा और भक्ति-भाव से पुड़ी खीर, गर्मागर्म जलेबी, कढ़ी भजिया, पकौड़ी, छोलें पनीर की सब्जी, रायता भरकर टिफिन के रुप में भक्तों को बांटा गया । कुछ भक्त उत्सव रुपी उल्लास के साथ भगवान जगन्नाथ स्वामी जी के विग्रहों को अंकुरित मूंग का चना,रोट, मालपुआ चूरमा बनाकर भी लाए थे और उन्हें भोग लगाकर प्रसाद भक्तों को बांटे भगवान जगन्नाथ स्वामी जी को भोग लगाने से पूर्व श्रृंगार आरती की गई इस दौरान भगवान जगन्नाथ स्वामी को सुंदर फूलों से सजाया गया था ।
जगन्नाथ महाप्रभु के महाप्रसाद के संबंध में महत्ता बताते हुए शशिभूषण सोनी ने बताया कि जगन्नाथ स्वामी का यह महाप्रसाद कलयुग में अमृत से भी अधिक महात्म्य हैं और इसकी महिमा अपरम्पार हैं । जब तक सारे भक्त भोजन ग्रहण ना कर ले,तब तक यह खत्म नहीं होती हैं । यदि कोई भक्त महाप्रसाद रुपी अमृत तुल्य भोजन पाने की इच्छा व्यक्त करता हैं तो महाप्रभु जगन्नाथ स्वामी उसकी इच्छा को पूरी कर उसके मनोवांछित स्थल तक पहुंचा देता हैं । महाप्रसाद रुपी अमृत तुल्य भोजन के एक-एक दानें को पाने के लिए भगवान जगन्नाथ पुरी के अतिरिक्त जहां पर भी प्रभु विराजते हैं वह स्थान धरती का बैकुण्ठ धाम, पुरुषोत्तम क्षेत्र बन जाता हैं । महाप्रसाद के स्वाद में अद्भुत आनंद की अनुभूति हैं तथा स्वयं नारायण जगन्नाथ के आशिर्वाद से युक्त कृपा से यह प्रसाद बनता हैं और परम भाग्यशाली लोगों को ही प्राप्त होता हैं। भक्त और भगवान जगन्नाथ स्वामी के इस महाप्रसाद रुपी अमृत तुल्य भोजन को प्राप्त कर श्रद्धालु पूरी तन्मयता से खाते दिखें ।
डॉक्टर रमाकांत सोनी ,नगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष किशनलाल सोनी , अशोक स्वर्णकार , पुरुषोत्तम, संतोष कुमार,सतीश कुमार, रमेश कुमार , डॉक्टर शांति सोनी , श्रीमति सीता देवी, पूर्व पार्षद शशिप्रभा सोनी ,हेमंत कुमार सर्राफ, रुक्मिणी देवी, अन्नपूर्णा देवी सोनी , संतोषी सराफ , सुशीला देवी , श्रीमति दामिनी सराफ , नारायण प्रसाद सराफ , सुनील कुमार मनवानी, अधिवक्ता राजन फूलर,आदि उपस्थित श्रद्धालुओं ने भक्त और भगवान के बीच अपने आप को धन्य समझा ।