जांजगीर-चाम्पा जिले की गौरव••सुश्री प्रतिष्ठा गोस्वामी ने मात्र चौदह वर्ष की उम्र में स्वर्ण पदक विजेता बनी…
जांजगीर चाम्पा – 07 अगस्त 2022
खेल हमारे जीवन का मेरुदंड हैं । किताबी ज्ञान के साथ-साथ विद्यार्थियों के जीवन में खेल बहुत ही महत्व रखता हैं । कहा जाता हैं कि इसके बिना विद्यार्थियों का शैक्षणिक योग्यता व्यर्थ हैं । एक ओर अध्ययन से जहां विद्यार्थियों का मानसिक विकास होता हैं , वही खेलकूद प्रतियोगिता में सहभागिता से शरीर विकसित होता हैं । विद्यालय ही वह स्थान हैं , जहां पर विद्यार्थी की बुद्धि , विद्या, शारीरिक योग्यता विकसित होती हैं और उसके संपूर्ण व्यक्तित्व का आलोक जगमगाने लगता हैं । इसीलिए शिक्षक विघालयों में प्रवेश लेने के बाद विद्यार्थियों को खेलकूद प्रतियोगिता में सहभागिता सुनिश्चित कराने के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं । इसका सकारात्मक परिणाम आये दिनों हर जगह देखने को मिलता हैं।
केंद्रीय विद्यालयीन राज्य स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में एक स्कूली बच्चीं ने जांजगीर-चांपा जिलें का प्रतिनिधित्व करते हुए कोसा , कांसा एवं कंचन की नगरी चांपा का नाम रौशन किया हैं ।खेल शारीरिक क्रियाओं की जननी हैं, जिससे शरीर हष्ट पुष्ट तो होता ही हैं , समाज और शैक्षणिक संस्थानों में भी सम्मान जनक स्थान मिलता हैं।
चांपा नगर की बेटी सुश्री प्रतिष्ठा गोस्वामी ने अंडर मात्र 14 वर्ष वर्ग की उम्र में कोरबा की एंजेल को पराजित करके स्वर्ण पदक विजेता बनी हैं । नगर के प्रगतिशील स्वर्ण एवं रजत समिति चांपा के सचिव शशिभूषण सोनी ने सुश्री प्रतिष्ठा गोस्वामी को स्वर्ण पदक विजेता बनने पर बधाई दिया । उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को हर विद्यालय में खेलकूद को अनिवार्य किया जाना चाहिए । आजकल बच्चे शारीरिक श्रम से जी चुराते हैं। अध्ययन से विद्यार्थियों को जहां मस्तिष्क परिष्कृत होता हैं वहीं खेलों से पचता हैं । बड़े सौभाग्य की बात है कि प्रतिष्ठा गोस्वामी बिटिया रानी ने बिना किसी प्रशिक्षण एवं प्रबंधन के अपनी योग्यता के बल पर यह उपलब्धि हासिल की हैं ।
ज्ञातव्य हैं कि कुछ दिन पहले तहसील कार्यालय चांपा में राजस्व निरीक्षक के पदस्थ रहीं श्रीमति वर्षा गोस्वामी उनकी माता हैं और मुकेश गिरी गोस्वामी उनके पिता हैं । दोनों पैरैटस बच्चीं की स्वर्ण विजेता बनने पर प्रफुल्लित हैं और लोगों से बधाईयां स्वीकार कर रहे हैं।