प्रदेश आनन्द वाहिनी अध्यक्षा का जांजगीर चाम्पा जिले में हुआ सांगठनिक प्रवास,,,
हिन्दुओं के सार्वभौम धर्मगुरु एवं हिन्दू राष्ट्र के प्रणेता पूज्यपाद पुरी शंकराचार्य जी द्वारा सनातन संस्कृति संरक्षणार्थ संस्थापित संगठन धर्मसंघ पीठपरिषद्, आदित्य वाहिनी – आनन्द वाहिनी द्वारा प्रदेश के प्रत्येक जिले में हिन्दू राष्ट्र संगोष्ठी के तहत हिन्दू राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन हो रहा है साथ ही सांगठनिक गतिशीलता के लिये प्रत्येक जिले को उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम और मध्य इस प्रकार पांच जोन में विभक्त कर संयोजको की नियुक्ति की जा रही है ।
भारत, भूटान एवं नेपाल के आनन्द वाहिनी की संयोजिका तथा छत्तीसगढ़ के संगठन प्रभारी एवं प्रदेशाध्यक्ष आनन्द वाहिनी श्रीमती सीमा तिवारी तथा छत्तीसगढ़ कार्यक्रम प्रभारी एवं प्रदेश महामंत्री आदित्य वाहिनी संदीप पांडे का एक दिवसीय प्रवास हुआ ।
जांजगीर कचहरी चौक स्थित दीवान रिसाॅर्ट में सांगठनिक सम्मेलन में जिला आदित्य वाहिनी अध्यक्ष राज गौरव गोयल को नियुक्त किया, पामगढ़ क्षेत्र प्रभारी साकेत मिश्रा, अकलतरा प्रभारी अनुभव तिवारी तथा जांजगीर नगर का दायित्व राहुल अग्रवाल को सौंपा गया वहीं कान्हा तिवारी एवं राजेश्वर तिवारी को मीडिया विभाग तथा प्रचार प्रसार का दायित्व दिया गया आनन्द वाहिनी जिला प्रमुख मनीषा गोपाल ने मीरा मिश्रा, शांता शुक्ला, पूनम गौरहा, श्रीमती कश्यप तथा श्रीमती पांडे को आनन्द वाहिनी के विभिन्न क्षेत्रों के संयोजिका नियुक्त किया पीठपरिषद् मार्गदर्शक मंडल का मनोनयन किया गया
श्रीमती सीमा तिवारी ने इस अवसर पर सांगठनिक गतिशीलता के लिए महाराज श्री के सूत्रात्मक संदेश प्रदान करते हुये कहा कि यदि आराधना व्यष्टि हित के स्थान पर समष्टि हित की भावना से किया जाय तो सफलता निश्चित है साथ ही समष्टि हित होने से उसमें समाहित व्यष्टि हित स्वयं सफलीभूत होता है महाराज श्री का संदेश है कि पूरे देश में यदि युवा आदित्य वाहिनी के रूप में समष्टि हित की भावना सेहिन्दू राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ आराधना करे तो पूरा परिदृश्य आध्यात्मिक हो जायेगा तथा शीघ्र ही भारत हिन्दू राष्ट्र के रूप में उद्भाषित हो सकेगा
संदीप पांडे ने कहा कि अपने अपने क्षेत्र में मंदिरों को चयनित कर वहाँ सप्ताह में एक बार सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ करने से उस क्षेत्र में जागृति आयेगी तथा धीरे धीरे सांगठनिक विस्तार स्वमेव रूप से इस आराधना के माध्यम से गतिशील हो सकेगा । हनुमान चालीसा पाठ के पश्चात संगोष्ठी का समापन हुआ, सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को स्वास्तिक बैच तथा सनातन ध्वज प्रदान कर सम्मानित किया गया । इस अवसर पर जांजगीर तथा चाम्पा के शिष्य एवं भक्तवृन्द उपस्थित रहे.