जैजैपुर BEO पर अब तक नही हुई कार्रवाई,सक्ती DEO की भूमिका संदिग्ध,,साफ खुलासा हुआ पैसे की मांग का,,,
जांजगीर चाम्पा – 10 जुलाई 2022
जैजैपुर के तीन रिटायर्ड शिक्षकों से उनका बिल पास कराने के नाम पर 60 हजार रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप जैजैपुर बीईओ पर लगा था। इस आशय का ऑडियो भी खूब वायरल हुआ था। इस पूरे मामले में टीम गठित कर जांच भी कराई गई, जिसमें रिश्वत मांगने की पुष्टि हो गई है। इसके बावजूद बीईओ पर अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी है, जिससे प्रशासनिक महकमा कटघरे में है।
गौरतलब है जैजैपुर BEO के रिश्वत मांगने का ऑडियो खूब वायरल हुआ था। वायरल ऑडियो के मुताबिक जैजैपुर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एक रिटायर्ड टीचर से उसका बिल पास करने के बदले पैसे मांग रहे हैं। ऑडियो में BEO कह रहे हैं कि तीन लोगों का काम है। उसके लिए 60 हजार रुपए लग जाएंगे। ट्रेजरी में तो वैसे ही एक प्रतिशत के हिसाब से पैसा देना ही पड़ता है।
आपकों बता दें, जैजैपुर विकासखंड के अलग-अलग स्कूलों में पदस्थ 3 टीचर पिछले दिनों रिटायर हुए हैं। रिटायर के बाद इन टीचरों को जीपीएफ सहित अन्य कई प्रकार की राशियां मिलती हैं। मगर इसके लिए प्रक्रिया है। जिसके तहत बीईओ को पूरा बिल बनाकर ट्रेजरी को देना पड़ता है। जिसके बाद टीचरों का भुगतान किया जाता है। ऐसे ही एक रिटायर्ड टीचर नवधा कश्यप पिछले कई दिनों से जैजैपुर विकासखंड के BEO विजय सिदार से बात कर रहे थे। लेकिन उनका काम नहीं हो परा था। कुछ दिन पहले जब फिर से रिटायर्ड टीचर नवधा कश्यप ने बीईओ से बात की थी। उसी समय का यह ऑडियो बताया जा रहा है। ऑडियो में विजय सिदार कह रहे हैं आपका सब चढ़ गया ना, जितेश का कार्रवाई अब कराएंगे। इस पर नवधा कश्यप पूछते हैं कि क्या हमें समयमान वेतनमान नहीं मिलेगा क्या, अंतर की राशि नहीं मिलेगी क्या। ये तो अभी बाकी है। तभी बईओ कहते हैं कि वो वाला काम आकर जल्दी करा लेते ना सर। आपके लिए मैंने खुद पैसे दिए हैं। आगे नवधा कहते हैं कि आखिर कितना लगेगा बता तो दीजिए।
इस पर बीईओ कहते हैं कि नहीं फोन पर नहीं बताऊंगा। आकर मिलिए आमने सामने बात करेंगे। बीईओ कहते हैं कि पैसे जल्दी मिल जाएगा तो काम हो जाएगा, नहीं तो दिक्कत होगी। इसके बाद फिर से रिटायर्ड शिक्षक कहते हैं कि आखिर बता तो दीजिए कि कितना लगेगा। तब जाकर बीईओ जवाब देते हैं कि मैंने आप तीन लोगों के लिए 60 गिना है। मतलब एक बंदे कि हिसाब से 20 हजार रुपए। कुूल मिलाकर 60 हजार रुपए लगेंगे।
जांच के बाद मामला ठंडे बस्ते में
इधर इस पूरे मामले में जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित की गई थी। गठित टीम टीम ने मौके पर जाकर रिटायर्ड शिक्षकों का बयान लिया, जिसमें एक शिक्षक की बयान वाली कॉपी हमारे पास मौजूद है, जिसमें उन्होंने कहा है की बीईओ ने उनसे काम कराने के बदले ₹20000 रिश्वत की मांग की थी। इसी तरह का बयान अन्य दो रिटायर्ड शिक्षकों का है। खास बात यह है मामले की जांच होने के बाद इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया इस पूरे मामले में अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी है, जिससे पूरे प्रशासनिक अमला कटघरे में हैं। क्योंकि रिश्वत मांगने वाले बीईओ पर अभी तक निलंबन तक की कार्रवाई नहीं हो सकी है।
इस पूरे मामले में शिक्षा जिला सक्ती के जिला शिक्षा अधिकारी बीएल खरे का कहना है यह मामला राज्य स्तर का है। इस मामले में उनका किसी तरह का योगदान नहीं है। कार्रवाई भी राज्य स्तर से होनी है। उन पर लग रहे लेन-देन का आरोप पूरी तरह निराधार है।