बिगड़ने लगा लोगों के घरों का बजट-टमाटर आसमान पर, सीजन में पहली बार इतना महंगा टमाटर,,
चाम्पा-सीजन में पहली बार टमाटर की कीमत 60 रुपए किलो पहुंच गई है। अप्रैल में तो टमाटर 10 रुपए में मिल जा रहा था। अचानक 60 रुपए किलो होने से लोगों के घरों का बजट बिगड़ना शुरू हो गया है। कई तरह की सब्जियों में टमाटर को पूरक सब्जी के तौर पर माना जाता है।
किचन में टमाटर न हो तो गृहणियों को सब्जी तैयार करने में बहुत मुश्किल होती है। इन दिनों टमाटर के अचानक दाम बढ़ने से गृहणियों की चिंता बढ़ गई है। टमाटर के दाम बेतहाशा बढ़ रहे हैं तभी तो अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक इसकी कीमत 10 रुपए थी और अब यह 60 रुपए हो गई है यानी 50 रुपए तक दाम बढ़ गए। चाम्पा हटरी बाजार,बैरियल चोक, परशुराम चौक बरपाली चौक भोजपुर,में लगने वाले बाजार में टमाटर 60 रुपए बिक रहा
लोकल आवक खत्म , बेंगलुरु से आ रहा
जानकारों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर यानी चाम्पा बिर्रा के आसपास के इलाके में जहां बड़ी तादाद में टमाटर की खेती होती है, वहां टमाटर की फसल खत्म हो चुकी है। पूरा बाजार बैंगलुरु से आने वाले टमाटर पर निर्भर कर रहा है। इसका नतीजा ये हुआ कि वहां निर्यात का दबाव बढ़ गया और कीमत में वृद्धि हो गई।
200 रुपए था क्रेट, अब 1200 रुपए: अप्रैल में अच्छी क्वालिटी का टमाटर चाम्पा सब्जी मंडी में 200 रुपए क्रेट में बिक रहा था। एक क्रेट में 25 किलो के हिसाब से टमाटर की कीमत 8 रुपए किलो हुई। अब 1200 रुपए क्रेट बिक रहा है। यानी थोक में 48 रुपए मिल रहा है। विक्रेता उसे 60 रुपए तक में बेच रहे हैं।
अन्य सब्जियों ने दी राहत
टमाटर के दाम भले ही बढ़ गए हैं लेकिन अन्य सब्जियों के दाम राहत वाले हैं। अधिकांश सब्जियां 40 रुपए किलो से ज्यादा में नहीं बिक रही है। भिंडी, बरबटी तो 10 से 20 रुपए किलो तक में मिल जा रही है। परवल के दाम भी करेला जितने यानी 40 रुपए हैं। लौकी, कुम्हड़ा के दाम 15 से 20 रुपए हैं। हालांकि टमाटर के दाम बढ़ने का असर बाकी सब्जियों पर पड़ सकता है।