एक-दूजे को दे बैठे दिल और स्वदेश बिलासपुर छत्तीसगढ़ आकर रचाई सोनी प्रेमी-प्रेमिका ने विवाह •••••
एक खूबसूरत श्वेत अमेरिकन लड़की की सुश्री सायरा को पसंद आया अमेरिकन इंडियन लड़का वह भी सोनी समाज का नारायण सोनी
सात समंदर पार आकर अभिनंदन पैलेष , मोपका बिलासपुर में मेहंदी की सुगंध, शहनाई की गुंजन और सोनी परिवार के लोगों की मौजूदगी में धूमधाम से रचाई शादी,,
जब तक पूरे ना हों फेरे सात ••••• बजती हुई मीठी-मीठी मधुर गीतों के साथ एक दंपति ने अपने जीवन साथी के साथ अनगिनत कल्पनाओं का सुखद अहसास लेते हुए अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे यानि कि विवाह किया
जनम जनम का साथ हैं हमारा तुम्हारा,
ये सुंदर छवि देखन को आये हैं सब लोगन।
सास मिली हैं गीता कौशिल्या जैसी,
देवर भाई रवि सोनी मिले हैं लक्ष्मण जैसा ।।
वास्तव में विवाह दो-दिलों का अटूट बंधन , अपनी धूमधाम ,नाच-गाना और भारतवर्ष में पारिवारिकता के रुप में प्रसिद्ध हैं । इसीलिए पढ़ें-लिखे सभ्य समाज में जहां हर कोई अपने अधिकार के प्रति सचेत हैं, वहीं अपनी पसंद का जीवन-साथी चुनने के लिए भी स्वतंत्र हैं । जात-पात बिरादरी से परे एक विदेशी जोड़े ने भारत आकर अपनी बहन सुश्री कामरा घर में मंजू सोनी के वैवाहिक कार्यक्रम से पूर्व घर-परिवार के लोगों की मौजूदगी में अपनी ब्याह रचाने का फैसला किया और मड़वा पावर प्लांट चांपा में कार्यरत डीपी सोनी- श्रीमति गीता सोनी ने सहमति जताई और घर-परिवार के लोगों की मौजूदगी में धूमधाम से विवाह रचा लिया गया ।
नारायण सोनी की शिक्षा-दीक्षा छत्तीसगढ़ अंचल में हुई । प्रतिभाशाली होने के कारण बीई की उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद उसकी नौकरी अमेरिका में लग गई । अमेरिका में उसकी मुलाक़ात सायरा से हुई फ्रैंडशिप में बदल गई और धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई । एक ही कंपनी में कार्यरत होने के कारण प्रेम-प्रसंग पनपा और एक दुसरे के बेहद करीब आ गए।
दोनों ने अपनी इच्छानुसार बहन सुश्री मंजू सोनी के विवाह संस्कार में शामिल होने एक मई,2022 को भारतवर्ष आये । नारायण प्रसाद सोनी उर्फ ‘ सोनू ‘ ने एक श्वेत श्याम अमेरिकन लड़की नाम सायरा को स्वदेश बिलासपुर लाकर परिवार जनों से मिलवाया । सायरा टूटी-फूटी भाषा हिन्दी बोलना सीख रही हैं और हावभाव को समझ लेती हैं । परिजनों को भी सायरा भा गई । विवाह मंडप सजा हुआ था । लड़के के माता-पिता, भाई-बहन , मामा-मामी , चाचा-चाची, फुफा-बुआ सहित तमाम रिश्तें-नाते अभिनंदन पैलेस मोपका बिलासपुर में मौजूद थे।बहन के विवाह के पूर्व अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेकर शादी रचाई और दुसरे दिन बहन सुश्री मंजू एवं अमरजीत सिंह की कन्यादान भी किया ।
पूर्व पार्षद श्रीमति शशिप्रभा सोनी ने बताया कि जब प्रेमी युगल को एक-दुसरे से प्यार होता हैं , तो वह जात-पात, धर्म-मज़हब और देश की सीमाओं को तोड़कर एक-दुजे की होने को आतुर हो जाते हैं । नारायण सोनी के साथ यही हुआ और सोनी परिवार ही नहीं बल्कि सभी लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं ।
एनटीपीसी सीपत बिलासपुर में उप-महाप्रबंधक के रुप में कार्यरत इंजीनियर सत्यनारायण ने कहा कि एक ही कंपनी में कार्यरत सात समंदर पार रहने वाले जांजगीर-चांपा जिला निवासी और अमेरिका में कार्यरत नारायण सोनी को व्यवहार कुशल श्वेत श्याम लड़की सुश्री सायरा से प्यार हो गया । बहन की शादी में शामिल होने दोनों भारतवर्ष आएं। भारतीय संस्कृति सायरा को भा गई और दोनों प्रेमी युगल ने भारतीय संस्कृति को आत्मसात् करते हुए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पारिवार जनों की मौजूदगी में धूमधाम से शादी रचाई और सात फेरे भी लिए ।
वैवाहिक समारोह में उपस्थित दंपति शशिभूषण सोनी और उनकी अर्धांगिनी श्रीमति शशिप्रभा सोनी ने बताया कि हमारी परंपरा में विवाह एक पवित्र बंधन माना गया हैं । विवाह के बंधन में बंधने से पहले एक-दुसरे के बारे में जानकारियां एकत्रित करते हुए और भारतीय परंपराओं का पालन करते हुए आजीवन दांपत्य जीवन में बंधने का वर-वधू संकल्प लेते हैं , इसी परंपरा का निर्वहन अमेरिकन लड़की और इंडियन लड़के ने किया । सब कुछ स्वीकार्य करते हुए दोनों ने पति-पत्नी के रुप में ब्याह किया । तीन दिनों के बाद जब दोनों का विवाह सम्पन्न हुआ फिर अमेरिकन दुल्हन की लौटने की घड़ी में दूल्हा नारायण सोनी की मां श्रीमति गीता सोनी की आंखों में आंसू भर आईं और खूबसूरत श्वेत श्याम अमेरिकन लड़की को बांहों में भरकर रोने लगी । ऐसा प्रेम और ऐसी आत्मीयता सौभाग्य से ही देखने को मिलती हैं । अम्बें न्यूज़ के संपादक पप्पू थवाईत ने कहा कि विवाह मनुष्य की जिंदगी का सबसे सुंदर रिश्ता हैं। दोनों में प्रेम पहले था अब वैवाहिक बंधन में आजीवन बंधने पर बधाई और शुभकामना ।
अम्बे न्यूज़ के साथ शशिभूषण सोनी चांपा की रिपोर्टिंग ।